2030 तक भारत में 97 करोड़ होंगे 5G यूजर्स: डेटा खपत में जबरदस्त उछाल की उम्मीद
भारत में 5G तकनीक के तेजी से विस्तार ने डिजिटल क्रांति को एक नई दिशा दी है। एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, 2030 तक भारत में 5G उपयोगकर्ताओं की संख्या 97 करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है, जो इस क्षेत्र में देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।
तेजी से बढ़ रहा 5G का विस्तार
वर्तमान में भारत में 5G अपनाने की प्रक्रिया तेज हो रही है। रिपोर्ट के मुताबिक, 2024 के अंत तक 5G यूजर्स की संख्या 27 करोड़ तक पहुंच जाएगी, जो देश के कुल मोबाइल ग्राहकों का लगभग 23% होगा। इस वृद्धि के पीछे मुख्य कारण 5G इन्फ्रास्ट्रक्चर में हो रहे सुधार और टेलीकॉम कंपनियों की आक्रामक प्राइसिंग रणनीतियां हैं।
डेटा खपत में बड़ा इजाफा
भारत में प्रति स्मार्टफोन औसत मासिक डेटा खपत फिलहाल 32GB है। 2030 तक यह आंकड़ा दोगुने से अधिक होकर 66GB प्रति माह तक पहुंचने की संभावना है। डेटा खपत में यह वृद्धि मुख्य रूप से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), जनरेटिव AI ऐप्स और हाई-स्पीड स्ट्रीमिंग व गेमिंग सेवाओं के बढ़ते उपयोग के कारण होगी।
वैश्विक तुलना और AI का बढ़ता उपयोग
5G उपयोगकर्ताओं की संख्या के मामले में भारत विश्व स्तर पर तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। अनुमान है कि 2030 तक देश के लगभग 67% स्मार्टफोन धारक जनरेटिव AI ऐप्स का उपयोग करेंगे, जिनके लिए हाई-स्पीड 5G नेटवर्क आवश्यक होगा। इससे यह साफ है कि भारत का डिजिटल इकोसिस्टम अधिक स्मार्ट और कनेक्टेड बन रहा है।
विभिन्न क्षेत्रों पर 5G का प्रभाव
5G का लाभ केवल व्यक्तिगत उपयोग तक सीमित नहीं रहेगा। स्वास्थ्य, शिक्षा, मैन्युफैक्चरिंग और मनोरंजन जैसे क्षेत्रों में भी इसका व्यापक प्रभाव देखने को मिलेगा। हाई-स्पीड और लो-लेटेंसी नेटवर्क नई तकनीकों और सेवाओं के लिए मार्ग प्रशस्त करेंगे।
भविष्य की ओर दृष्टि
भारत में 5G का तेजी से विस्तार यह दर्शाता है कि देश डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन में विश्व का नेतृत्व करने के लिए तैयार है। 2030 तक 5G उपयोगकर्ताओं की संख्या में भारी उछाल भारत के डिजिटल अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।
निष्कर्ष:
भारत की 5G यात्रा एक क्रांतिकारी बदलाव की ओर है। आने वाले वर्षों में 5G तकनीक, AI और डेटा खपत के क्षेत्र में देश के नए कीर्तिमान स्थापित करेगा और डिजिटल इंडिया की तस्वीर को और उज्जवल बनाएगा।
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