भारत और इंडोनेशिया के बीच 9वां गरुड़ शक्ति अभ्यास: 2024 में सैन्य सहयोग की नई ऊंचाई

 

भारत और इंडोनेशिया के बीच 9वां गरुड़ शक्ति अभ्यास: 2024 में सैन्य सहयोग की नई ऊंचाई

भारत और इंडोनेशिया ने अपने द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को और मजबूत करने के लिए 1 नवंबर से 12 नवंबर 2024 तक 9वें गरुड़ शक्ति अभ्यास का आयोजन किया। यह अभ्यास इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता के सिजांतुंग (Cijantung) में आयोजित हुआ। यह अभ्यास भारतीय सेना और इंडोनेशियाई सेना के विशेष बलों के बीच सामरिक तालमेल और आतंकवाद विरोधी अभियानों में विशेषज्ञता को साझा करने पर केंद्रित था।

भारत और इंडोनेशिया के बीच हाल ही में संपन्न हुआ गरुड़ शक्ति अभ्यास दोनों देशों के विशेष बलों के बीच सहयोग और समन्वय को मजबूत बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इस द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास का मुख्य उद्देश्य दोनों देशों की सेनाओं के बीच संचालनात्मक तालमेल और युद्ध कौशल को बढ़ाना है।

भारत और इंडोनेशिया के बीच 9वां गरुड़ शक्ति अभ्यास: 2024 में सैन्य सहयोग की नई ऊंचाई
GARUDA SHAKTI



गरुड़ शक्ति अभ्यास: एक परिचय

गरुड़ शक्ति भारत और इंडोनेशिया के विशेष बलों के बीच आयोजित एक नियमित सैन्य अभ्यास है। इसका मुख्य उद्देश्य आतंकवाद विरोधी अभियानों, जंगल वारफेयर, और खुफिया जानकारी के आदान-प्रदान जैसे क्षेत्रों में कौशल को साझा करना और एक-दूसरे से सीखना है। इस अभ्यास में शामिल गतिविधियाँ दोनों सेनाओं के लड़ाकू अभियानों की तैयारी को बेहतर बनाती हैं।

2024 का आयोजन: मुख्य बिंदु

  1. स्थान: इस वर्ष का गरुड़ शक्ति अभ्यास इंडोनेशिया के किसी प्रमुख सैन्य बेस पर आयोजित किया गया।
  2. भागीदारी: भारत और इंडोनेशिया की सेनाओं के विशेष बलों की इकाइयाँ, जैसे कि भारतीय सेना की पैराशूट रेजिमेंट और इंडोनेशियाई सेना के कोपसस (KOPASSUS), ने हिस्सा लिया।
  3. प्रशिक्षण गतिविधियाँ: इस अभ्यास में जंगल युद्ध, नक्शा-पठन, काउंटर-टेररिज्म ऑपरेशन, और बचाव अभियानों पर विशेष ध्यान दिया गया।

मुख्य जानकारी

क्रम संख्याविवरणजानकारी
1अभ्यास का नामगरुड़ शक्ति (Garuda Shakti)
2संबंधित देशभारत और इंडोनेशिया
3शुरुआत का वर्ष2012
42024 का आयोजन स्थानसिजांतुंग, जकार्ता, इंडोनेशिया
5अभ्यास की तारीखें1 नवंबर से 12 नवंबर 2024
6भाग लेने वाली इकाइयाँ- भारतीय सेना: पैराशूट रेजिमेंट (Special Forces)
- इंडोनेशिया: कोपसस (Kopassus)
7प्रमुख उद्देश्य- आतंकवाद विरोधी अभियानों का प्रशिक्षण
- रणनीतिक तालमेल को बढ़ाना
- युद्धक कौशल साझा करना
8प्रशिक्षण क्षेत्र- जंगल युद्ध रणनीति
- नक्शा-पठन और बचाव अभियान
- आतंकवाद विरोधी संचालन
9महत्व- क्षेत्रीय सुरक्षा को मजबूत करना
- भारत-इंडोनेशिया रक्षा सहयोग का विस्तार
10भारत की नीतिएक्ट ईस्ट पॉलिसी (Act East Policy)

गरुड़ शक्ति 2024 की प्रमुख गतिविधियाँ

  1. प्रारंभिक समन्वय और परिचयात्मक सत्र: पहले दिन दोनों देशों के सैनिकों ने परिचयात्मक सत्र में भाग लिया, जहां संचालनात्मक योजनाओं और अभ्यास की रूपरेखा प्रस्तुत की गई।
  2. संयुक्त अभ्यास: आतंकवाद विरोधी अभियानों में जंगल युद्ध, नक्शा-पठन, और बंधक बचाव जैसे जटिल अभियानों का अभ्यास किया गया।
  3. रणनीतिक साझेदारी: दोनों देशों के बलों ने युद्ध में सामरिक तालमेल बढ़ाने और नवीनतम युद्ध तकनीकों पर चर्चा की।

महत्व और प्रभाव

  • द्विपक्षीय संबंधों में वृद्धि: यह अभ्यास भारत और इंडोनेशिया के बीच बढ़ते रक्षा और रणनीतिक संबंधों का प्रमाण है।
  • क्षेत्रीय स्थिरता: हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता बनाए रखने में इसका महत्वपूर्ण योगदान है।
  • आतंकवाद के खिलाफ तैयारी: आतंकवाद विरोधी अभियानों में दोनों सेनाओं के अनुभव साझा करने से उनकी सामूहिक क्षमताएं बढ़ती हैं।

रुझान और भविष्य की संभावनाएँ

  1. लगातार आयोजन: 2012 से हर साल गरुड़ शक्ति अभ्यास के दायरे और महत्व में वृद्धि हुई है।
  2. तकनीकी उन्नति: हर नए अभ्यास में उन्नत उपकरणों और रणनीतियों को शामिल किया जा रहा है।
  3. अंतर्राष्ट्रीय सहयोग का विस्तार: भारत और इंडोनेशिया अन्य देशों के साथ भी इसी प्रकार के अभ्यासों का आयोजन कर सकते हैं।

भारत-इंडोनेशिया रक्षा साझेदारी

गरुड़ शक्ति जैसे सैन्य अभ्यास भारत और इंडोनेशिया के बीच बढ़ते रक्षा संबंधों का संकेत हैं। भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी और इंडोनेशिया के साथ समुद्री सहयोग इसे और मजबूत बनाते हैं।


निष्कर्ष

गरुड़ शक्ति अभ्यास न केवल भारत और इंडोनेशिया के बीच रक्षा संबंधों को मजबूत करता है, बल्कि दक्षिण-पूर्व एशिया और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता के लिए एक मजबूत आधार भी तैयार करता है। 2024 का यह आयोजन, सामरिक साझेदारी को नई ऊंचाई तक ले जाने में सफल रहा।

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