कोरोना वैक्सीन महज चंद हफ्ते दूर - मोदी

 देश में कोरोना वायरस को हराने का सबसे बड़ा हथियार यानी टीका अब कुछ ही हफ्ते दूर है । शुक्रवार को सर्वदलीय बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह भरोसा जताया । मार्च अप्रैल के आशंका और डर भरे माहौल से दिसंबर के विश्वास व उम्मीदों से भरे वातावरण तक भारत के लंबे सफर को याद करते हुए मोदी ने कहा कि देश में आठ वैक्सीन ह्यूमन ट्रायल के विभिन्न फेज में हैं और विशेषज्ञों की हरी झंडी मिलते ही इन्हें उपलब्ध करा दिया जाएगा । उन्होंने विभिन्न दलों के नेताओं को आश्वासन दिया कि राज्यों के साथ विचार - विमर्श के बाद ही वैक्सीन की कीमत तय की जाएगी । कोरोना महामारी की शुरुआत के बाद पीएम ने शुक्रवार को दूसरी बार सर्वदलीय बैठक बुलाई , जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह , गृह मंत्री अमित शाह , स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन के साथ - साथ कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी , गुलाम नबी आजाद , राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ( एनसीपी ) के शरद पवार , तृणमूल कांग्रेस ( टीएमसी ) के सुदीप बंद्योपाध्याय व समाजवादी पार्टी के राम गोपाल यादव समेत विभिन्न दलों के नेता मौजूद थे । इस दौरान विभिन्न नेताओं ने वैक्सीन की स्थिति , उपलब्धता व कीमत जैसे मुद्दों को उठाया । मोदी ने कहा , वैक्सीन को लेकर जो विश्वास चर्चा में नजर आया है , वह कोरोना के खिलाफ हमारी जंग को मजबूत करेगा । मॉडर्ना और फाइजर का नाम लिए बगैर पीएम ने संकेत दिया कि भारत अपनी वैक्सीन पर ज्यादा भरोसा कर रहा है और उसके उपलब्ध होने में ज्यादा समय नहीं


कहा कि वैक्सीन को लेकर पूरी दुनिया में हो रही चर्चा के बीच दुनिया की नजर कम कीमत वाली सबसे सुरक्षित वैक्सीन पर है और भारत इसमें पूरी तरह सक्षम है । राज्यों के सहयोग से लोगों को कम कीमत पर सस्ती वैक्सीन उपलब्ध कराई जाएगी । उन्होंने उन प्राथमिकता समूहों को भी गिनाया जिन्हें सबसे पहले वैक्सीन दी जाएगी । इनमें कोरोना के इलाज से जुड़े हेल्थकेयर वर्कर्स , मरीजों के प्रबंधन से जुड़े फ्रंटलाइन वर्कर्स , पुलिसकर्मी और निकायकर्मी शामिल हैं । साथ ही गंभीर बीमारियों से जूझ रहे बुजुर्गों को भी प्राथमिकता पर वैक्सीन दी जाएगी । देश में वैक्सीन की स्थिति की जानकारी देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कुल आठ वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है , जिनका उत्पादन देश के भीतर ही होना है । इनमें से तीन वैक्सीन का विकास तो देश के भीतर ही किया गया है । प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में शुरुआत से ही भारत ने वैज्ञानिक नजरिये से काम किया , जिसका परिणाम है कि एक टेस्टिंग सेंटर से शुरू कर हम दुनिया में सबसे अधिक टेस्ट करने वाले देशों में शामिल हैं ।

Reactions

एक टिप्पणी भेजें

5 टिप्पणियाँ