सबको पता है इंडिया दुनिया का वैक्सीन प्रोड्यूसिंग हब है और भारत का दुनिया को कोरोना से बचाने में अहम रोल रहने वाला है ।
भारत ने अपनी वैक्सीन को रोल आउट करना शुरू कर दिया है और अपने पड़ोसी देशों जिनमें भूटान और मालदीव[1] को प्राथमिकता दी गई है उन्हें सबसे पहले फ्री वैक्सीन मुहैया करवाई है। भूटान , हमेशा भारत के लिए हमेशा पड़ोसी देश पड़ोसी देश से बढ़कर रहा है
वहीं नेपाल जिसके साथ रिश्ते खराब रहे हैं वहां भी भारत ने दोस्ती और बराबरी का हाथ बढ़ाया है और बढ़ा दिल रखते हुए नेपाल बांग्लादेश को भी फ्री वैक्सीन दी है और म्यांमार भी इस लिस्ट में शामिल है
साथ ही श्रीलंका और अफगानिस्तान भी इस लिस्ट में जुड़ सकते हैं आने वाले समय में । साथ ही भारत में ब्राजील और मोरेक्को [2] को भी वैक्सीन सप्लाई की है और 92 देश भारत से वैक्सीन लेने के लिए संपर्क किये हैं ।
चाइना जिसने कोरोना का प्रकोप दिया वहीं भारत इससे लड़ने में सबसे आगे है और इसके लिए भारत और भारत के वैज्ञानिकों , डॉक्टर , अस्पताल के योद्धा , पुलिस , शिक्षक , भारत सरकार सभी कोरोना वॉरियर बधाई के हकदार हैं ।
सबसे अच्छी खबर आई ब्राज़ील से , ब्राज़ील के राष्ट्रपति ने अलग अंदाज़ में भारत को धन्यवाद दिया है।
चित्र स्त्रोत : Jair M. Bolsonaro (@jairbolsonaro)
आप देख सकते हैं , कैसे पवनपुत्र हनुमान जी वैक्सीन भारत से ब्राज़ील ले जा रहे हैं ( संजीवनी बूटी का संदर्भ ) । उनके धन्यवाद के अंदाज़ ने दिल जीत लिया ।
लेकिन दुख की बात ये है कि आज एक तबका देश का दुनिया की सबसे प्राचीन संस्कृति और धर्म को जो एक प्रगतिशील दर्शन और विचारों से युक्त धर्म है उसे बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं । आये दिन वेब सीरीज , चित्रों के ज़रिए हिन्दू देवी देवताओं का मजाक बनाने का प्रोपगेंडा चलाया जा रहा है
और ऐसा वो कर रहे हैं जो खुद को सेक्युलर कहते हैं ( ये अजीब है ) ।
आज दुनिया पर सनातन धर्म का प्रभाव देखा जा सकता है और दुनिया आशा से भारतीय दर्शन और संस्कृति की तरफ देख रही है लेकिन चरम वाम विचारधारा के लोग इस देश की आत्मा को ख़तम करने लगे हैं और कुछ हिन्दू इनके प्रोपगेंडा में फंस कर खुद के धर्म की बात करने में नीचा महसूस करते हैं। ऐसे सभी लोगों से मैं कहूंगा कि वो सब छोड़ के एक बार भारतीय दर्शन का अध्ययन करें ।
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